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पिछले एक वर्ष में सुजलॉन एनर्जी शेयर ने 16% का रिटर्न दिया है, जबकि पिछले तीन वर्ष में शेयर का भाव 40% से अधिक बढ़ा है. हालांकि, पिछले तीन महीने में शेयर का भाव 11% गिर गया है।
बुधवार का सत्र क्लीन एनर्जी इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी के लिए खास साबित हुआ है। सुजलॉन एनर्जी कंपनी ने बताया कि ओएस्टर रिन्यूएबल ने उन्हें 201.6 मेगावाट की बिजली बनाने का प्रोजेक्ट सौंपा है। खबर प्रकाशित होने के बाद, इन्वेस्टर्स ने कंपनी के शेयर में रुचि दिखाई है।
नए प्रोजेक्ट ऑर्डर मिलने की घोषणा के बाद सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 6% की तेजी देखने को मिली, जिससे शेयर 52.5 रुपए के स्तर तक पहुंच गया. हालांकि, सुबह की शुरुआत में शेयर में 0.5% की गिरावट देखने को मिली, जिससे शेयर 49.15 रुपए के लेवल पर पहुंच गया।
यदि आप इस आदेश की डिटेल्स देखते हैं, तो आप देखेंगे कि सुजलॉन एनर्जी कंपनी को पिछले नौ महीने में ओएस्टर रिन्यूएबल कंपनी से पुनः आदेश प्राप्त हुआ है। इस प्रकार, सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर 283.5 मेगावाट तक पहुंच गया है, जो ओएस्टर रिन्यूएबल कंपनी के साथ मिलकर बनाया गया है। योजना का मुख्य लक्ष्य मध्य प्रदेश में क्लीन एनर्जी उत्पादन को बढ़ावा देना है।
प्रेस रिलीज में सुजलॉन एनर्जी ने बताया कि इस नए वर्क आर्डर के मिलने के बाद कंपनी का कुल ऑर्डर बुक 5.7 गीगावॉट तक पहुंच गया है।
यह बताया जाना चाहिए कि सुजलॉन एनर्जी कंपनी भारत में रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन देने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। Oyster Renewable से मिलने वाले 201.6 मेगावाट के रिपीट ऑर्डर ने सुजलॉन एनर्जी कंपनी की मजबूत स्थिति को भी दिखाया है।
पिछले एक वर्ष में सुजलॉन एनर्जी शेयर ने इन्वेस्टर को 16% का रिटर्न दिया है, जबकि पिछले ३ वर्ष में शेयर का भाव 400% से अधिक बढ़ा है, हालांकि पिछले 3 महीने में शेयर का भाव 11% गिरा है और पिछले एक महीने में शेयर का भाव 5% गिरा है।